ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा खैर जो भी हो आओ जानते हैं कि गणेशजी ने कितनी बार जन्म लिया या कहें कि कितने हैं उनके अवतार? - अगर सक्षम हो तो ताम्रपत्र या चांदी के पत्र पर इसे अंकित https://baglamukhi60492.blogpixi.com/22581507/baglamukhi-shabar-mantra-secrets