यदि इंसान सिर्फ दौलत के बारे में ही सोचता रहे तो लोगों की सेवा कब करेगा. – दौलत कर्ण – सूर्यपुत्र, राधेय, कौन्तेय, पार्थ, अंगराज, सूतपुत्र। उधार दिए हुए धन को हम ऋण या क़र्ज़ कहते हैं। अंग्रेजी में हम इसे personal debt या bank loan कहते हैं। राम – https://sergiogmixa.mybjjblog.com/the-5-second-trick-for-havan-ka-paryayvachi-shabd-43043297