मंत्र जप के समय क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए? भ्रान्त कबहूं ना लाऊं, मैं ओघड का चेला ॐ ह्रीँ त्रिनेत्राये पद्मावत्यै नमः । प्रस्तुत मन्त्र को गुरुगोरखनाथ के सिद्ध स्थान में बैठकर अथवा रूद्रदेव के मन्दिर में बैठ एक हजार बार करना चाहिए। अथवा देवी मन्दिर में बैठकर भी सिद्ध https://marcojlkif.webbuzzfeed.com/32909992/details-fiction-and-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra