अंजनीगर्भ संभूत कपीन्द्र सचिवोत्तम । खूखा छोड़ गरब में राखे, ताजी घड़ी बदाऊं बाला जीवन में शत्रु हों, एक नहीं कई कई हों और उनसे सहस टक्कर लें तथा विजयी हों यही जीवन की पूर्णता है मंत्र : “काला भैरब ,काला बान !हाथ खपर लिए,फिरे मसान !मद्द मछ्ली का https://paxtonscegf.blogs-service.com/63302304/the-best-side-of-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra